भगवान तेरा शुक्रिया : सकारात्मकता से भरी एक कहानी | story of positivity

भगवान तेरा शुक्रिया : सकारात्मकता से भरी एक कहानी | story of positivity इस शीर्षक को पढ़कर आप जान गए होंगे की आज की कहानी सकारात्मकता से भरी हुई हैं...तो चलिए पढ़ते है कया है कहानी? 


भगवान तेरा शुक्रिया : सकारात्मकता से भरी एक कहानी | story of positivity


 भगवान तेरा शुक्रिया : सकारात्मकता से भरी एक कहानी | story of positivity


एक भयानक गर्म रेतीला रण प्रदेश और उसमें दर्द से तड़पता एक पंछी। तेज गर्मी के कारण इस पंछी के पर जल चुके थे! ना वह उड़ पा रहा था ना अपने लिए शिकार कर कर पा रहा था। दर्द में कुछ भी बड़बड़ा रहा था चाह रहा था कि जल्द से जल्द अवस्था से मुक्ति मिल जाए।


उसी दौरान आसमान में ऊंचाई पर उसने देखा कि गरुड़ कहीं पर तेजी से उड़ कर जा रहा था। उसे पता था कि जरूर भगवान विष्णु का वाहन है और वह उसके सवालों का जवाब पाने में मदद कर सकते हैं।


उसने उड़ते हुए गरूर को तेज आवाज लगाइ और अपने पास बुलाया। चमत्कारी गरुड़ इतनी ऊंचाई पर होते हुए भी धरती की हर एक छोटी से छोटी आवाज को साफ-साफ सुन सकता था इस दर्द में कराह रहे पंछी की आवाज भी उसने सुन ली।


जरूर उस पंछी के पास गया और पूछा कि उसने क्यों पुकारा? पंछी ने पहले से पूछा कि वह कहां जा रहे हैं? गरुड़ ने बताया कि वह स्वर्ग लोक जा रहा है। किसी काम के लिए धरती पर आया था  वह पूरा करके वापस लौट रहा हैं।


पंछी ने अपने दर्दनाक परिस्थिति बयां करते हुए कहा मैं गलती से दिशा भूल होने की वजह से इस गर्म रेतीले प्रदेश में आ पहुंचा और मेरी यह हालत हो चुकी है! अगर दया करके आप स्वर्ग लोक से यह पता कर पाए कि मेरी हालत कैसे सुधरेगी तो बहुत मेहरबानी होगी। उस पंछी की विनती सुन कर जरूर वहां से स्वर्ग लोक जाने के लिए निकल पड़ा।


जरूर स्वर्ग लोक जैसे कि पहुंचा तो स्वर्गलोक के दरवाजे पर उसने देवदूतो को खड़ा पाया। देवदूतों को देखकर गरुड़ को उस पंछी के सवाल याद आए तो गरुड़ ने सोचा कि देवदूत भी इन सवालों का जवाब दे सकते हैं इसलिए वह उनके पास गया।


गरुड़ ने देवदूत को हाथ जोड़कर उस घायल पंछी पंछी के बारे में बताया और पूछा कि उसकी मुक्ति कब हो पाएगी? देवदूत ने गरुड़ से कहा यह उसके पिछले जन्म के बुरे कर्मों की सजा है वह बड़ा ही क्रूर व्यक्ति था और उसने कई पाप किए थे और उन्हीं पापों की सजा वह इस जन्म में पा रहा है। और यह सजा तकरीबन 7 साल लंबी है!


देवदूत की बात सुनकर गरुड़ को उस पंछी पर और ज्यादा दया आने लगी। क्योंकि गरुड़ ने उसकी हालत देखी थी तो गरुड़ ने देवदूत से कहा कि भगवन कोई तो रास्ता होगा कि उसको थोड़ी राहत मिल सके?


गरुड़ के विनती करने पर देवदूत ने उसे कहा कि हां एक मंत्र है जिसको बार-बार दोहराने से उसकी हालत में सुधार हो जाएगा! वह मंत्र है "भगवान तेरा शुक्र है" यह वह अद्भुत मंत्र है जिस से बड़ी से बड़ी सजा, बड़ा से बड़ा दर्द कम हो जाता है या कभी कभी खत्म भी।


गरुड़ इस मंत्र को लेकर उसी पंछी के पास लौटा और उसे देवदूत से हुई सारी बात बताई और वह मंत्र भी दिया और वहां से चला गया।


7 दिनों बाद फिर से गरुड़ को किसी काम से धरती पर आना हुआ और उसी रास्ते से वह गुजर रहा था। तो गरुड़ ये देखकर अचंभित था कि पहले जो पंछी मरने की हालत में था उसके अब नए पंख निकल आए थे! वह जहां रह रहा था वहां पर नई झाड़ियां उग निकली थी और उसके नजदीक ही एक छोटा सा तालाब बन चुका था।


अपना काम खत्म करके गरुड़ जब देव लोग वापस लौटा तो उसे वही देवदूत मिले। गरुड़ ने देव दूतो से पूछा कि आप तो कह रहे थे उस पंछी को 7 वर्षों तक पीड़ा सहनी पड़ेगी और अब मैं जो देख कर आया हूं वह तो कुछ और ही है!


देवदूत ने गरुड़ से कहा कि यह उसी मंत्र का परिणाम है जो पहले मैंने तुमको दिया था और तुमने उस पंछी को। तुम्हारे मंत्र देने के बाद वह दिन-रात उसी मंत्र को बोलता रहता। जब उसे तकलीफ होती तब भी वह मंत्र बोलता। जब उड़ने की कोशिश करता और गिर जाता तब भी वही मंत्र बोलता। जब उसे भूख लगती तब भी वह यही मंत्र बोलता। 


और तुम तो जानते हो भगवान कितने दयालु है! वह अपने किसी भी भक्त को तकलीफ में नहीं देख सकते। बस उन्होंने अपने इस नए भक्त की 7 सालों की सजा 7 दिन की कर दी!


दोस्तों, आपको क्या लगता है क्या हम भगवान को धन्यवाद देते हैं? नहीं हम उन्हे हर उस चीज के लिए कोसते हैं जो हमें नहीं मिली, लेकिन उसने जो हमें अनगिनत मूल्यवान चीज़े दी है उसके लिए हम कभी उस का शुक्रिया अदा नहीं करते! 


जीवन में पॉजिटिव रहना सीखो अगर तुम्हें सिर दर्द हो रहा है तो भगवान का शुक्रिया करो कि कम से कम तुम्हें बुखार नहीं आया। तुम्हारे पास छोटा घर है तो भगवान को शुक्रिया अदा करो कि कम से कम तुम्हें सड़क पर नहीं रहना पड़ रहा। तुम्हें साधारण खाना मिलता है तो भगवान को शुक्रिया अदा करो कि कम से कम तुम्हें दो वक्त भरपेट खाना मिल रहा है।


दोस्तों मेरा विश्वास करो ये छोटा सा बदलाव आपका जीवन बदल देगा।


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