मतलबी है लोग यहां पर : मोरल कहानी | Moral Hindi kahani

मतलबी है लोग यहां पर : मोरल कहानी | Moral Hindi kahani 


 एक बार मार्केट में एक शराबी नशे में धूत होकर गिरते पड़ते लड़खड़ाते हुए जा रहा था। वो जिस रास्ते से जा रहा था वहा पर एक कुत्ता सोया हुआ था।


मतलबी है लोग यहां पर : मोरल कहानी | Moral Hindi kahani


शराबी जब कुत्ते के पास पहुंचा तो उसका पैर कुत्ते की दुम पर पड़ गया। कुत्ते को बड़ा दर्द हुआ और उसने अपने बचाव में शराबी को काट लिया।


कुत्ते के काटे जाने पर शराबी के पैर से खून निकलने लगा तो उसे बड़ा गुस्सा आया। शराबी ने रास्ते में एक लकड़ी उठाई और कुत्ते को पकड़कर पीटने लगा। कुत्ता अपने आप को छुड़ाने की और शराबी के मार से बचने की काफी कोशिश करता पर शराबी उसे छोड़ ही नही रहा था।


इसी घटना के दौरान उस मार्केट से दो पोलिस इंस्पेक्टर अपनी जिप से जा रहे थे। उनमें से एक इंस्पेक्टर ने शराबी को कुत्ते को पीटते हुए देखा।जब उसने कुत्ते को ध्यान से देखा तो उसे वो कुत्ता कुछ जाना पहचाना लगा। उसने अपने साथी इंसेक्टर से कहां देखो वो शराबी अपने कमिश्नर साहब के कुत्ते को पीट रहा हैं!


दूसरे इंस्पेक्टर ने भी जब उस कुत्ते को देखा तो उसे भी वह कुत्ता कमिश्नर साहब का जान पड़ा। दोनो तुरंत उस शराबी के पास पहुंचे इसके हात से लकड़ी छीनी और उसीसे शराबी को पीट दिया और पूछा की वो बिचारे कुत्ते को क्यों मार रहा हैं?


शारबी अपना पैर दिखाते हुए बोला ये देखिए साहब इस कुत्ते ने मुझे काट के कैसे लहूलुहान कर दिया है तो मैं उसे मारु नहीं तो और क्या करूं?


महिला इंस्पेक्टर बोला जरूर तूने ही कुछ किया होगा! शराब पीकर इधर-उधर भटकेगा तो तेरे साथ ऐसा ही होगा ना।


इतना कहकर दोनों ने कुत्ते को अपनी जिप में बिठाया और जाने लगे।  वो कुत्ता बहुत गंदा था और उसके शरीर में कीड़े भी पड़े थे इसलिए दूसरा इंस्पेक्टर बोला शायद यह कुत्ता कमिश्नर साहब का नहीं है! शायद ये उनके कुत्ते जैसा दिखता है, हमने गलत कुत्ते को उठा लिया!


दूसरे इंस्पेक्टर की बात सुनकर पहले को भी ऐसा ही लगा। इसलिए दोनों ने उस कुत्ते को जिप से नीचे उतार दिया और बोला यह कुत्ते भी नाम कुत्ते होते हैं लोगों को फालतू में परेशान करते हैं। उन्होंने शराबी को बोला कि लो यह तुम्हारा गुनहगार है तुम इसे जितना मारना है मारो।


शराबि फिर से उस कुत्ते को पकड़कर मारने लगा और दोनों इंस्पेक्टर वहां से जाने लगे। तब एक बार फिर से पहला इंस्पेक्टर दूसरे से बोला कि देखो उस कुत्ते के कान के पास  जो काला निशान है हमारे कमिश्नर साहब के कुत्ते के कान के पास भी वैसा ही निशान है! मुझे तो लगता है यह कमिश्नर साहब का कुत्ता ही है काफी दिनों से भटक रहा होगा इसलिए इसकी हालत ऐसी हो गई है।


दोनों इंस्पेक्टर फिर से शराबी के पास गए और उसे दो थप्पड़ लगाए और कहा कि क्यों बेजुबान जानवर को मारते हो जाओ अपना काम करो। शराबी वहां से जाने लगा। तब दूसरे इंस्पेक्टर ने कुत्ते के दोनों कानों के पीछे निशान देखें। उन्हें देखकर वह पहले इंस्पेक्टर से बोला अरे इसके तो दोनों कानों के पीछे निशान है और कमिश्नर साहब के कुत्ते को तो एक ही कान के पास निशान हैं। हमें लगा था कि हम कमिश्नर साहब के कुत्ते को बचा कर उन्हें खुश कर देंगे तो हमारा फायदा हो जाएगा लेकिन कुत्ता तो कोई सड़क छाप कुत्ता लगता है।


दोनों ने फिर एकबार शराबी को अपने पास बुलाया और कुत्ता उसको सौंपते हुए बोले माफ करना भाई ये कुत्ता वो नही है जो हम समझ रहे थे इसलिए इसे तुम रख्खो और जो चाहे करो।


इसबार शराबी पुलिस पर गुस्सा हो गया और बोला पहले आप लोग अच्छे से निर्णय ले लीजिए की इस कुत्ते को आप ले जायेंगे या नहीं कही ऐसा ना हो ये कुत्ता रह जाए मैं अबकी बार आपको ही पीट दू! शराबी की बाते सुन दोनो इंस्पेक्टर्स ने वहा से चुपचाप जाने में ही अपनी भलाई समझी।


दोस्तो ये short Moral hindi story हमे बताती है की हम या हमारे आसपास के लोगो के व्यवहार अपने अपने मतलब को ध्यानमे रखते हुए बदलते है। अगर मतलब ही तो हमारी हर बात पर वाह वाह और मतलब नही तो बात भी नहीं।


Read Next Story 


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने