Zen मास्टर की कहानी | zen masters story in Hindi

बौद्ध धर्म में कई कहानियां प्रचलित हैं इनमें जो सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं वो zen masters की कहानियां हैं। इन कहनियो में जीवन में पॉजिटिव बदलाव लाने की ताकत है।


Zen मास्टर की कहानी | zen masters story in Hindi



Zen मास्टर की कहानी | zen masters story in Hindi



एक शाम, झेन गुरु शिचिरी कोजुन मेडिटेशन का अभ्यास कर रहे थे, जब एक चोर तेज तलवार के साथ उनके घर में घुस गया और बोला "मुझे अपने सारे पैसे देदो या अपनी जान।"


 बिना किसी डर के, शिचिरी ने कहा, "मुझे परेशान मत करो!  अपने आप उस कोने में रखे ड्रॉअर से पैसे निकाल लों।"  और उन्होंने अपना ध्यान फिर से शुरू कर दिया।


 इस अप्रत्याशित प्रतिक्रिया से चोर चौंक गया, लेकिन फिर भी वह था तो एक चोर सो वो चोरी के लिए आगे बढ़ा।  जब वह पैसे ड्रॉअर से निकाल कर अपनी जेबे भर रहा था, तब शिचिरी ने रुक कर पुकारा


 "सुनो भाई,सारे पैसे मत लेजाना। थोड़े पैसे कल मेरे कुछ बीलो का भुगतान करने के लिए मेरे छोड़ दो ”।


 चोर कुछ पैसे पीछे छोड़कर जाने को तैयार हो गया।  उसके जाने से ठीक पहले, गुरु ने अचानक उस पर चिल्लाया,


 "कैसे आदमी हो तुम ?तुमने मेरा पैसा लिया और तुमने मुझे धन्यवाद भी देना उचित नहीं समझा ?!  यह विनम्रता नहीं है!"।


 इस बार इस तरह की निडरता पर चोर सचमुच चौंक गया।  उसने शिचिरी को धन्यवाद दिया और वहां से जितनी तेज हो सकता था उतनी तेजी से भाग गया।


 चोर ने बाद में इस घटना का वर्णन करते हुए अपने दोस्तों से कहा कि वह अपने जीवन में कभी इतना भयभीत नहीं हुआ था। किस बलवान शत्रु या सिपाही को देखकर भी नहीं!


  कुछ दिनों बाद, चोर पकड़ा गया और उसने कई अन्य अपराधों के साथ शिचिरी के घर पर की गई अपनी चोरी कबूल कर लि।


 जब शिचिरी को चोर के खिलाफ साक्षी देने के लिए बुलाया गया, तो उसने कहा, “नहीं, इस व्यक्ति ने मुझसे कुछ भी नहीं चुराया है।  मैंने उसे पैसे दिए।  उसने इसके लिए मुझे धन्यवाद भी दिया।"


 चोर इतना प्रभावित हुआ कि उसने पश्चाताप करने का फैसला किया।  जेल से छूटने के बाद वो शिचिरी का शिष्य बन गया और कई वर्षों बाद उसे सच्चे ज्ञान की प्राप्ति हुई।


 दोस्तो इस कहानी का लेखक अनजान है, मैंने इस कहानी को इंटरनेट पर इंग्लिश में पढ़ी थी जो मुझे काफी अच्छी लगी आपको ये कहानी कैसी लगी?


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