पति पत्नी की दिल को छूने वाली कहानी

पति पत्नी की दिल को छूने वाली कहानी |Dil chhunewali Story 


 दोस्तो, आजकल प्यार होना फिर शादी होना और कुछ ही समय में डिवोर्स होना इतनी आम बात हो गई है कि ज्यादातर लोग ऐसी घटनाओं को अब ज्यादा अहमियत ही नहीं देते। उनकी तरफ से कभी कभी बेवजह ही हो रहे अलगाव को रोकने के लिए भी कोई प्रयास किया ही नहीं जाता।


 आज की ये कहानी ऐसे ही हो रहे अलगाव की है जिसे खुद एक पत्नी अपने शब्दों में बता रही है। कहानी जैसे जैसे आगे बढ़ती है तब हम जान पाते है कि पत्नी का नजरिया जो है वो कितना अलग है अपने पति के विचारो से और कहानी का अंत हमारी आंखे भिगोने में सफल होता है।


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मेरे पति पेशे से एक इंजीनियर हैं, मैं उनसे उनके स्थिर(शांत) स्वभाव के लिए प्यार करती थी, और जब मैं उनके चौड़े कंधों पर अपना सिर झुकती थी तो मुझे गर्मजोशी और अजीब सा सूकुन का अहसास होता था।


 तीन साल प्रेमालाप और अब शादी के दो साल बीतने के बाद मुझे यह स्वीकार करना होगा कि मैं इससे थक गई हूँ।  मेरे पहले उसे प्यार करने के जो भी कारण थे अब वही मेरी सारी बेचैनी के कारण बन गए हैं।


मैं एक भावुक महिला हूं और जब रिश्ते और मेरी भावनाओं की बात आती है तो मैं बेहद संवेदनशील हूं, मैं रोमांटिक पलों के लिए उसी तरह तरसती हूं, जैसे कैंडी के लिए तरस रही एक छोटी लड़की।


 मेरे पति, मेरे बिल्कुल विपरीत हैं, उनकी संवेदनशीलता की कमी, और हमारी शादी में रोमांटिक पलों को लाने में उनकी असमर्थता ने मुझे प्यार के विषय में निराश कर दिया है।


 एक दिन, मैंने आखिरकार उसे अपने मन की बात बताने का फैसला किया, कि मुझे तलाक चाहिए। और मैने हिम्मत करके उसे बताया।


 "आखिर,क्यों?" चौकते हुए उसने पूछा।


"मैं थक गई हूँ, दुनिया में हर चीज का कोई कारण नहीं होता है!"  मैनें कहा।


 वह पूरी रात चुप रहा, हर समय हाथ में एक जलती हुई सिगरेट लिए गहरे विचारों में  डूबा रहा।


इससे मेरी निराशा की भावना और बढ़ती गई, क्योंकि में ऐसे आदमी को देख रही थी जो अपनी दुर्दशा को व्यक्त भी नहीं कर पा रहा था, भला मैं उससे और क्या उम्मीद कर सकती थी?  और अंत में उसने मुझसे पूछा: "मैं तुम्हारा मन बदलने के लिए क्या कर सकता हूँ?"


 किसी ने सच ही कहा है कि किसी के व्यक्तित्व को बदलना मुश्किल है। मुझे लगता है, मेरा उस पर से विश्वास उठना शुरू हो गया है।


  उसकी आँखों में गहराई से देखते हुए मैंने धीरे से उत्तर दिया: "मै तुम्हे एक सवाल पूछती हूं , अगर तुम्हारा जवाब मेरे दिल को मना सकें, तो मैं अपना विचार बदल दूंगी, मान लो, मुझे एक पहाड़ की चट्टान पर खिला एक फूल चाहिए, और हम दोनों को  ये पता हो कि उस फूल को तोड़ने से तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी, क्या तुम मेरे लिए ऐसा करोगे?”


उसने कहा: "मैं कल तुम्हें इसका जवाब दूंगा...।"  उसकी प्रतिक्रिया सुनकर ही मेरी उम्मीदें धराशायी हो गईं।


 मैं अगली सुबह उठी तो पाया कि वह चला गया था, और सामने के दरवाजे के पास खाने की मेज पर, दूध के गिलास के नीचे, उसकी खुरदरी लिखावट के साथ कागज का एक टुकड़ा पड़ा था, जो पढ़े जाने पर ये बाते बया करता था…।  


पति की पत्नी के लिए दिल छुनेवाली चिठ्ठी


"प्रिए, मैं तुम्हारे लिए वह फूल नहीं तोड़ूंगा, लेकिन अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हें इसके पीछे का कारण जरूर बताना चाहूंगा." यह पहली पंक्ति पढ़ते हैं मेरे दिल के हजारों टुकड़े हो गए। फिर भी मैंने पढ़ना जारी रखा।


 "जब तुम कंप्यूटर का इस्तेमाल करती हो तो तुम हमेशा सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम को गड़बड़ कर देती हो, अंत में तुम स्क्रीन के सामने बैठ कर रोती हो। मुझे अपनी उंगलियों को जिंदा रखना पड़ेगा ताकि मैं प्रोग्राम को पुनर्स्थापित कर के तुम्हारे कीमती आंसू बहने से रोक सकूं।


 तुम हमेशा घर की चाबियां गुमा देती हो, इस लिए मुझे दरवाजा खोलने के लिए अपने पैरों को जिंदा रखना पड़ेगा ताकि दरवाजा तोड़कर तुम्हे घर के अंदर ले जा सकूं। 


 तुम यात्रा करना पसंद करती हो लेकिन हमेशा एक नई जगह में अपना रास्ता भूल जाती हो। मुझे तुम्हे रास्ता दिखाने के लिए अपनी आंखें जिंदा रखनी पड़ेगी।


 तुम्हे हमेशा ऐंठन होती है जब भी तुम्हार "पीरियड" हर महीने आता है, मुझे अपनी हथेलियों को जिंदा रखना है ताकि मैं तुम्हारी पेट की ऐंठन को शांत कर सकूं।


तुम्हे घर के अंदर रहना पसंद हैं, और मुझे पता है कि तुम अंतर्मुखी व्यक्ति हो।  तुम्हारी बोरियत को दूर करने के लिए मुझे तुम्हे चुटकुले और कहानियां सुनाने के लिए अपने मुंह को जिंदा रखना है।


 तुम हमेशा कंप्यूटर और टीवी देखती हो, और इससे तुम्हारी आंखों का भविष्फ अच्छा नहीं होगा, मुझे अपनी आंखों को बचाना होगा ताकि जब हम बूढ़े हो जाएं, तो मैं तुम्हारी आंखे बन सकूं।

तुम्हारे सिर से सफेद हो रहे बाल चुन सकू,तुम्हारे नाखूनों को बिना तुम्हे चोट पहुंचाये काट सकू।


 मैं भी समुद्र तट पर टहलते हुए तुम्हारा हाथ पकड़ना चाहता हूं। जैसे तुम धूप और सुंदर रेत का आनंद लेती हो और खुशी से गाने गुनगुनाती हो उसे मै अपने कानो से सुनना चाहता हूं इसलिए मेरे कान जिंदा रहने चाहिए… 

जब तुम नहाके निकलती हो तो तुम्हारी भिनी भीनी खुशबू को मेहसूस करने के लिए मेरा नाक जीवित होना चाहिए।


 इस लिए, मेरी प्रिए, जब तक मुझे यकीन नहीं होता कि कोई है जो तुमसे इससे अधिक प्यार करता है ... मैं तब तक उस फूल को नहीं तोड़ूंगा, और  जिस दिन ऐसा कोई आया जो तुमसे इससे अधिक प्यार करे में खुशी खुशी उस फूल को तोड लूंगा .. "


ये पढते ही मेरे आँसू पत्र पर गिरे, और उसकी लिखावट की स्याही धुंधली हो गई ... मैंने उसे  पढ़ना जारी रखा ... "अब, जब तुमने मेरा उत्तर पूरा पढ़ लिया है, अगर तुम संतुष्ट हो,अगर मैंने तुम्हारे दिल को मना लिया हो , तो कृपया सामने का दरवाजा खोलो, क्योंकि मैं बाहर खड़ा हूं। तुम्हारी पसंदीदा ब्रेड और ताजा दूध के साथ…”


मैं जल्दी से दरवाज़ा खोलने के लिए दौड़ी, और उसके चिंतित चेहरे को अपने हाथों में कसकर पकड़ा और चूम लिया और उसकी बाहों मै समा गई।


 अब मुझे पूरा यकीन हो गया कि कोई भी मुझसे उतना प्यार नहीं करेगा जितना वह करता है, और मैंने फूल को नाही तोड़ने का फैसला किया ...


 यही जीवन है, और प्रेम है।  जब कोई प्यार से घिरा होता है, तो उत्तेजना की भावना दूर हो जाती है, और वह उस सच्चे प्यार को नज़रअंदाज़ कर देता है जो शांति और नीरसता के बीच में होता है।


 प्यार सभी रूपों में प्रकट होता है, यहां तक ​​कि बहुत छोटे और सूक्ष्म रूपों में भी। इसका कभी एक मॉडल नहीं रहा है, यह सबसे नीरस और उबाऊ रूप में भी हो सकता है..

फूल और रोमांस प्यार का हिस्सा हो सकते है पर प्यार नहीं.. 

तो दोस्तों आपको ये प्यार भरी पति पत्नी की कहानी कैसी लगी?  इस छोटी सी कहानी ने आपके भी दिल को छुआ या नहीं? ऐसी ही सैकड़ों कहानियां आप इस वेबसाइट पर पढ़ सकते है।


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1 टिप्पणियाँ

  1. आपकी कहानियां बहुत अच्छी हैं। क्या मैं आपकी कहानियां अपने चैनल पर सुना सकती हूं?

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