पत्नी की पढ़ाई : एक प्रेरणात्मक कहानी
ये कहानी एक ऐसी गरीब ब्राह्मण परिवार की लड़की का है, जिसकी शादी महज 9 साल की छोटी सी उम्र में ही पच्चीस वर्ष के पुरुष से कर दी गई थी। 14 वर्ष की होने तक ही वह बच्ची खुद मां बन गई थी | स्त्री किसी भी उम्र में मां बने एक जीवन को दुनिया में लाने की थोड़ी ही सही उसे अंदरूनी खुशी जरूर होती है लेकिन यह खुशी दस दिन भी टिक नही पाई क्योंकि 11 दिन बच्चे की मृत्यु हो गई!
बच्चे की इस मृत्यु का दुख पूरे परिवार को हुआ लेकिन लड़की को उससे कई ज्यादा। इन्हीं अत्यंत दुखी समय के पलो में लड़की एक ऐसा प्रण ले लेती है, जिसकी वजह से वो कई लाखो करोड़ों महिलाओं की प्रेरणा बन पाई।वह अपने आपसे कहती है, 'जो मेरे साथ हुआ, वह किसी और लड़की के साथ नहीं होने दूंगी। अब वह खूब खूब अभ्यास करेगी और डॉक्टर बनेगी । शिशुओं की इस तरह होनेवाली मौत को रोकेगी।'
लेकिन क्या यह सब डेढ़ सो सालों पहले इतना आसान था ? लड़की का सौभाग्य यह कि उसे पति बेहद प्रेम करनेवाला और समझदार मिला था और उसने पत्नी के प्रण को पूरा करने के लिए अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया। उन्हे कितने ही सामाजिक दबाव सहने पड़े। कितनी ही आर्थिक दिक्कतों से गुजरना पड़ा। लेकिन कहते है ना रात कितनी भी काली हो सवेरा नई रोशनी लेकर आता है। दोनो के साथ और दृढ़ संकल्प ने लड़की को अमेरिका जाकर पढ़ने का मौका दिया। पढ़ाई पूरी कर ये हिम्मती लड़की सिर्फ 21 साल की छोटी सी उम्र में पहली भारतीय महिला डॉक्टर बनती है और इतिहास रच देती है।
चलो अब आपको बताते है ये कोई काल्पनिक कहानी नहीं है बल्कि 100 प्रतिशत सच्चाई है। उस लड़की का नाम था आनंदी बाई जोशी और उसके पति का नाम था गोपाल राव जोशी ।
1865 में आनंदी बाई का जन्म हुआ था। उन्नीस की उम्र में उन्होंने अमेरिका में मेडिकल की पढ़ाई शुरू की थी। 1886 में उनकी पढ़ाई संपन्न हो गई और इसी साल के खत्म होने तक में वह डॉ. आनंदीबाई जोशी बन कर भारत वापसी की थी । ना सिर्फ उनके परिवार, गांव या शहर के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए यह एक बहुत बड़ी खुशी की बात थी । घर लौटते पर कोल्हापुर की रियासत ने उन्हें वही के अल्बर्ट एडवर्ड अस्पताल की महिला वार्ड के मुख्य डॉक्टर के रूप में नियुक्त किया गाय था।
दोस्तों आजकल sdm ज्योति मौर्या जैसी पत्नियां भी है जो अपने पति के सपोर्ट को उसके त्याग को भुला देती है लेकिन हमे ज्योति मौर्या को नहीं आनंदी जोशी को याद रखना है।
