सच्ची दोस्ती की कहानी | friendship story in hindi
एक आदमी ने अपने दोस्त को फोन किया और कहा: मुझे पैसों की जरूरत है, मेरी मां बीमार है और मेरे पास दवा के लिए पैसे नहीं हैं। उसके दोस्त ने उत्तर दिया: "ठीक है, मेरे दोस्त फिक्र मत करो, मुझे रात को फोन करना।"
लेकिन रात को जब उसने उसे फोन किया तो फोन बंद था। उसने बार-बार फोन करने की कोशिश की। आखिरकार जब उसका फोन नही लगा तो वह दूसरे दोस्त की तलाश करने लगा जो उसकी मदद कर सके लेकिन उसे ऐसा कोई भी नहीं मिला..
ऐसे दोस्त से दुखी और निराश हो गया जिसने उसे तब साथ नहीं दिया जब उसे उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी और फोन बंद कर दिया।
निराश और हताश होकर घर लौटने पर उसे उस तकिए के पास दवाओं से भरा एक बैग मिला, जहां उसकी मां सो रही थी।
उसने अपने छोटे भाई से पूछा कि यह कौन लाया?
आपका फ्रेंड डॉक्टर की लिखी प्रिस्क्रिप्शन लेने आया था और ये दवाएँ वही लाया था। वह आपके आने से थोड़ी देर पहले चला गया। वह मुस्कुराया, उसकी आंखों में खुशी के आंसू लेकर वह अपने दोस्त की तलाश में निकल पड़ा।
जब उसे उसका दोस्त मिला तो उसने पूछा कि तुम कहाँ हो? मैं कब से तुम्हे कॉल लगा रहा था?
दोस्त ने उससे कहा: "यार, मैंने अपना फोन बेच दिया और तुम्हारी माँ के लिए दवा खरीदी!"
दोस्तों अब आप समझे होगे की दोस्ती क्या होती है? एक सच्चा मित्र तब हार नहीं मानता या साथ नही छोड़ता जब उसका मित्र मुसीबत में हो!
असली दोस्त एक भाई जैसा होता है बस उसने जन्म दूसरी माँ के कोख से लिया होता है।भगवान हमें अच्छे दोस्त दें।
पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद! Credit: फरीदा डी सुलेमान

bohot ha achhi kahnai hai sir ♡
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