Pariyon ki kahaniya hindi me
इंटरनेट पर सैकड़ों परियों की कहानियां मौजूद है मगर आज की ये पारि की कहानी बिल्कुल अनोखी और बहुत ही मनोरंजक है।
बच्चों को कहानियां सुनना इतना पसंद होता है कि कभी-कभी वह बेड टाइम स्टोरी(bedtime stories) सूने बिना सोते भी नहीं है और परियों की कहानी या फिर जादुई कहानियां तो सभी बच्चों की फेवरेट होती है।
Hindi fairy tales new Story : bheem aur pari
किसी एक गांव में एक बच्चा रहा करता था जिसका नाम छोटा मोटा भीम था। उसे बचपन से ही बहुत खाने का शौक था जिस वजह से बहुत कम उम्र में ही वह बहुत मोटा दिखने लगा था यही कारण था कि उसका नाम छोटा मोटा भीम पड़ गया था।
वह दिखने में चाहे छोटा या मोटा था मगर स्वभाव से बहुत दयालु था और हमेशा हर किसी की मदद करने के लिए तैयार रहता था। इसी गुण की वजह से लोग उसे बहुत प्यार भी करते थे।
एक दिन छोटा-मोटा भीम जब गांव में टहलने निकला तो उसने देखा कि एक बड़े से खड्डे के पास कई सारे लोग जमा हुए है और उस खड्डे में झांक कर देख रहे है। पास ही में एक औरत जोर जोर से रो रही है और लोगों से कह रही है कि कोई मेरी बच्ची को बचाओ।
छोटा-मोटा भीम तुरंत वहां पर गया और खड्डे में झांक कर देखा तो वहां पर एक छोटी सी बच्ची खड्डे में गिरी हुई है और डर के मारे रो रही है। उसने तुरंत लोगो और उस बच्ची की मां से कहा कि,"आप मत डरिए मैं इस बच्ची को बाहर निकाल लूंगा।"
छोटा-मोटा भीम ने वहां पर खड़े लोगों से एक रस्सी और एक टोकरी लाने के लिए कहा। जैसे ही टोकरी और रस्सी मिली तो उसने टोकरी को रस्सी से बांध दिया और उस टोकरी को खड्डे में नीचे फेंक दिया और बच्ची से बोला कि तुम इस में बैठ जाओ हम तुम्हें बाहर खींच लेंगे। बच्चे ने ऐसा ही किया और छोटा मोटा भीम ने बड़ी आसानी से उसे ऊपर खींचकर बचा लिया।
इस घटना के बाद छोटा-मोटा भीम अब गांव में उसकी बुद्धि के लिए भी और ज्यादा प्रख्यात हो गया। अब गांव में जब भी कोई छोटी मोटी समस्या आती तो लोग भीम को जरूर बुलाते और वह अपनी ताकत और बुद्धिमानी से उस समस्या का हल कर देता। मगर छोटा मोटा भीम सिर्फ शक्तिशाली और बुद्धिमान ही नहीं था बल्कि उसमें कई चमत्कारी शक्तियां भी थी जिससे गांव के लोगों के साथ साथ वह खुद भी अनजान था।
एक बार गांव में दो खून चूसने वाले भूतों का आतंक बढ़ गया। यह दोनों भूत अचानक गांव में आते किसी भी गांव के आदमी का खून पीते और उसे ऐसे ही अधमरा छोड़ कर चले जाते। उनका आतंक और खौफ गांव में इतना बढ़ गया था कि लोगों ने आप घर से बाहर निकलना बहुत कम कर दिया था। जब छोटा-मोटा भीम को यह बात पता चली तो उसने गांव वालों से मिलकर सारी समस्या जान ली।
छोटा-मोटा भीम ने हमेशा की तरह इस बार भी गांव के लोगों की मदद करने की ठान ली। खून पीने वाले उन भूतों से कैसे लड़ा जाए भीम और गांव वाले इस बारे में चर्चा कर ही रहे थे कि वहां पर वो आ गए। भूतों को देखकर गांव वाले डर गया और अपने अपने घरों में जाकर छिप गए। मगर छोटा-मोटा भीम बिना डरे वहीं पर खड़ा रहा। भीम ने भूतों को ललकार ते हुए कहा तुम इस गांव को छोड़ दो वरना मैं तुम्हें नहीं छोडूंगा। भूत जोर जोर से हंसने लगे और उन्होंने कहा तुम क्या हमें यहां से भगाओ गे जब तुम पैदा भी नहीं हुए थे तब से हम इस दुनिया में हैं और हमें कोई नहीं हरा पाया।
खून पीने वाले उन दोनों भूतों में से एक भूतने जब छोटा मोटा भीम को पकड़ना चाहा तो जैसे ही उसे टच किया तो बहुत जोर का झटका लगा और वह दूर जाकर गिर पड़ा। जब बहुत बार प्रयास करने पर भी वह भूत छोटा-मोटा भीम को कुछ भी नुकसान नहीं पहुंचा पाया तब दूसरे भूत ने उससे कहा कि शायद ये वही बच्चा है जो हमें मारने के लिए पैदा हुआ है। उसने कहा कि अगर यह वही बच्चा है तो हमें इसका जल्द से जल्द कुछ करना होगा।
भीम जब तक कुछ समझ पाता कि यह क्या हो रहा है, उस भूत ने भीम पर जहरीला धुआं छोड़ा,भीम बेहोश हो गया और वह दोनों भूत उसे उठाकर अपनी जगह पर ले गए।
यह सारी घटना गांव के लोग जो घर में छुपे थे अपने अपने घरों से झांक कर देख रहे थे जैसे ही वह भूत भी उनको वहां से उठा कर ले गए सारे गांव के लोग बाहर निकले और आपस में बातें करने लगे। गांव वाले कहने लगे कि यह बच्चा हमारी भलाई के लिए भूतों से लड़ने लगा था और इसके साथ यह क्या हो गया। ऐसा सब सोच सोच कर गांव वाले दुखी हो ही रहे थे कि वहां पर एक जादुई परी प्रकट हो गई।
उस जादुई परी को देखकर लोग अच्मभित हो गए, परी ने कहा आप लोग मुझे ऐसे क्या देख रहे हो मैं यहां पर भीम की मदद करने के लिए आई हूं। लोगों ने परि से पूछा," वह भूत भीम को कहां लेकर गए हैं? और जब वह भीम पर हमला कर रहे थे तो भीम को क्यों कुछ भी नहीं हुआ? और वह भूत ऐसा क्यों कह रहा था कि भीम उन्हें मारने के लिए पैदा हुआ है?"
परी ने कहा," क्योंकि भीम एक साधारण बच्चा नहीं है। वह एक जादुई शक्तियों वाला अद्भुत बच्चा है और उसका जन्म खून पीने वाले भूतों को खत्म करने के लिए ही हुआ है और इतना ही नहीं मुझे भी भीम की सहायता करने के लिए ही बनाया गया है। आप लोगों को भीम को बचाने के लिए मेरा साथ देना होगा।" गांव वालों ने कहा,"हम भीम को बचाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार है।" परी ने गांव वालों से कहा," मैं आप लोगों को भूतों की गुफा में छोड़ दूंगी वहां पर आपको उनका ध्यान बटाना है ताकि मैं भीम तक पहुंच कर उसे होश में ला सकू और उसकी शक्तियों के बारे में भी याद दिला सकू ताकि उसका जन्म जिस वजह से हुआ है वह उसे भी शुरू कर दे।"
गांव वालों ने परी से कहा कि हम वहां तक कैसे पहुंचेंगे और वह भूत हमें देखते ही मार डालेगा। तब परी ने अपनी जादुई छड़ी घुमा कर गांव वालों के आसपास एक सुरक्षा चक्र बना दिया और उन्हें जादू से उन भूतों के गुफा में पहुंचा दिया।
वहां पहुंचकर गांव वाले भूतों का ध्यान बटाने लगे और इधर परी भीम के पास पहुंच गई और उसे जादू से होश ले आई और उसकी सारी शक्तियों के बारे में भी उसको याद दिलाया। अपनी सारी शक्तियों के बारे में जानकर दिन भी दंग रह गया और अब उसका आत्मविश्वास और बढ़ गया।
भीम उन दोनों भूतों के पास जाकर उन्हें ललकार ने लगा और बोला कि आओ मुझसे लड़ो। दोनों भूत भी उससे लड़ने के लिए आगे आए तब भीम ने जादू से अपने हाथ में गदा प्रकट की! यह देख कर भूतों को महसूस हो गया कि भीम को अपनी सारी शक्तियों के बारे में पता चल गया है और अब भीम हमें जिंदा नहीं छोड़ेगा। डर के मारे दोनों भूत वहां से भागने लगे तभी भीम ने उन्हें पकड़ कर इतना मारा कि दोनों मर गए।
भीम ने एक बार फिर गांव वालों को बड़ी मुसीबत से बचा लिया। भीम और गांव वाले फिर से खुशी-खुशी गांव में एक साथ रहने लगे।
Hindi fairy tales - Pariyon ki kahani #2
दो नन्हीं परियों की कहानी:- इस कहानी में परियों का एक परिवार जिसमें एक बड़ी परी और उसकी दो छोटी बच्चियां होती है। एक दिन दोनों छोटी नन्ही परियां बाहर से खेलकर जब अपने घर पहुंचती है तो देखती है कि उनकी मां और एक बादल आमने-सामने बैठकर बातें कर रहे हैं।
जब दोनों नन्हीं परी आकर पहुंचती है तो उन्हें देखकर मां कहती है कि आओ बच्चियों देखो हमारे घर मेहमान आया है इन्हें हेल्लो बोलो। दोनों नन्ही बच्ची है उस मेहमान के पास जाकर उन्हें हेलो बोलती है और हाथ मिलाती है। हाथ मिलाने पर बच्चियों का हाथ पानी से गीला हो जाता है। तब वह बादल और अपनी मम्मी की तरफ सवाल भरे नजर से देखने लगती है। तब उनकी मम्मी उन्हें समझाती है कि कोई बात नहीं यह बादल अंकल पानी से बने हैं इसीलिए आप लोगों का हाथ गीला हो गया।
दोनों नन्ही परियां बादल को गौर से देखती है और उससे सवाल करती है आप आसमान में रहते हो? आपकी फैमिली भी है? आपके परिवार में कितने लोग हैं?
नन्हीं परियों को इतने सारे सवाल करते देख उनकी मम्मी उन्हें रोकती है और कहती है कि बस बस तुम्हारे सवाल कभी खत्म ही नहीं होंगे और ऐसे ही शाम हो जाएगी। तब बादल कहता है कि कोई बात नहीं मेरी के सारे सवालों का जवाब दे दूंगा वह भी इस तरह के इनको सब समझ में आ जाए।
बादल परी और उसकी दोनों बच्चियों को एक जगह लेकर जाता है जहां पर लैब जैसा कुछ बना हुआ है वहां पर पानी का बड़ा बर्तन है जिसमें बहुत सारा पानी है और नीचे आग जल रही है और उससे निकल रही बाष्प (steam) ऊपर जाकर एक जगह पर जमा होकर बादल में रूपांतरित हो रही थी।
यह नजारा दिखा कर बादल ने परियों को समझाते हुए कहा कि धरती पर जो पानी है वो भी इसी तरह सूरज की गर्मी से steam में रूपांतरित हो जाता है और ऊपर जाकर बादल बन जाता है। जब बहुत सारे बादल एक साथ आते हैं और ठंडे होते हैं तब बारिश के रूप में पानी नीचे धरती पर बरसता है जिससे पशु पक्षी वनस्पति और सबसे ज्यादा किसानों को खेती करने के लिए बेशकीमती पानी मिलता है।
जिस तरह से बादल ने सारी बातें समझाई थी नन्हीं परियों को पूरी तरह से समझ में आ गया कि कैसे बारिश का पानी धरती से ही आसमान में जाता है और वापस धरती पर जरूरतमंद जीवो तक पहुंचता है
Hindi fairy tales Story :Jal pari ki kahani #3
एक गांव था उसमें एक बड़ा ही नेक दिल किसान रहा करता था। किसान बहुत ही मेहनती था और स्वभाव से भी बहुत अच्छा था। गरीब होने के बावजूद वह लोगों की मदद करता था।
किसान के खेतों के एक बहुत पुराना कूवा था। गांव के लोग कहते थे कि इस वे पर जादुई राक्षस का कब्जा है इसलिए उस कुएं के पास कोई भी नहीं जाता था।
एक दिन जब किसान अपना काम खत्म करके अपने घर लौट रहा था तब कूवे के पास से गुजरते समय उसे कुएं में से किसी औरत के चीखने की आवाजें सुनाई दी। किसान ने सोचा इसकी मदद करनी चाहिए मगर उसे दूसरे ही पल ख्याल आया कि शायद यह जादुई राक्षस ही होगा जो मुझे औरत की आवाज निकाल कर फंसाने की कोशिश कर रहा है। यह सोचकर किसान अपने घर वापस लौट आया।
लगातार अगले दो दिनों तक जब वही चीखें सुनाई देती रही, अब किसान से रहा नहीं गया उसने कुवे में झांक कर देखा तो वहां पर एक बहुत सुंदर सी परी को जंजीरों में जकड़ कर रखा गया था। किसान को देखकर परी ने कहा यह भले आदमी तुम मुझे इन जंजीरों से आजाद कर दो ताकि मैं इस कुएं से बाहर निकल सकूं।
किसान तुरंत अपने घर जाकर रस्सी लेकर आएगा और कुएं में उतर कर परी को जंजीरों से आजाद कर दिया। वे के बाहर आकर परी ने उस पूरे को जादुई छड़ी घुमा कर आग लगा दी जिससे कुएं के साथ साथ भयानक राक्षस भी जल गया।
सुंदर जादुई परी ने किसान को बहुत-बहुत धन्यवाद किया और उसे एक जादुई अंगूठी देते हुए कहा कि जब भी तुम्हें मेरी मदद की जरूरत होगी इस जादुई अंगूठी को घिसना में आ जाऊंगी। परी वहां से गायब हो गई और किसान भी अपने घर चला गया।
कई दिन बीत गए एक बार जब किसान अपने खेतों में काम कर रहा था तो वहां पर एक भेड़िया घुस आया और किसान के पीछे पड़ गया। किसान उसको कर वीडियो को देखकर डर गया और अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगा। भागते भागते किसान की परी की दी हुई अंगूठी पर नजर पड़ी और उसे याद आया कि इसे घिसने पर परी मदद करने के लिए आ जायेगी तो उसने वैसा ही किया।
जैसे ही किसान ने उस अंगूठी को घिसा वहां पर वह जादुई परी प्रकट हो गई! किसान ने जब उसे बताया कि उसके पीछे एक खूंखार जंगली भेड़िया पड़ा है तो परी ने अपनी छड़ी घुमा कर उस भेड़िए को गायब कर दिया। अपनी जान बचाने के लिए किसान ने उस तरीका धन्यवाद किया। परी ने कहा कि आप को धन्यवाद देने की कोई आवश्यकता नहीं है, यह तो मेरा फर्ज था अगर आप मुझे उस दिन नहीं बचाते तो मैं यहां पर नहीं होती।
दोस्तों, हमारे द्वारा किया हुआ हर अच्छा काम हम तक लौट कर जरूर आता है इसीलिए हमेशा जब भी मौका मिले अच्छे काम करते रहना चाहिए।
परियों की कहानी इन हिंदी : New Hindi fairy tales #4
दोस्तों, यह कहानी कोई सिंड्रेला की कहानी तो नहीं है मगर है बहुत मजेदार.एक जंगल में एक शादीशुदा कपल अपने फार्महाउस में रहा करते थे। वे अपनी जिंदगी से बहुत खुश थे मगर उन्हें सिर्फ एक ही बात का गम था कि उनकी कोई औलाद नहीं है। उनके फार्महाउस के बाजू में बहुत सारे फलों के बगीचे थे।
एक बार उस औरत का पति कुछ जरूरी काम से शहर जाता है और अपने पत्नी को कहता है कि मुझे वापिस आने में 4-5 दिन लग जाएंगे तुम अपना ख्याल रखना। अपनी पत्नी को बाय-बाय कह कर वह शहर की तरफ निकल जाता है।
अपने पति के जाने के बाद वह औरत अपने घर के आस-पास बने फलों के बगीचे में जाकर बहुत ही बढ़िया बढ़िया सेब (apple) चुनकर लेकर आती है। जब वह घर आती है तो उन्हें टेबल पर रख कर थक जाने की वजह से सोफे पर लेट जाती है और उसे वहां नींद आ जाती है।
जब वह औरत सो रही होती है तब टोकरी में रखे सेबो में से एक सेब चमकने लगता है और उसके दो हिस्से हो जाते हैं और उसमें से एक बहुत ही सुंदर और प्यारी छोटी सी परी बाहर आ जाती है। उसमें से निकल रही रोशनी की वजह से औरत भी जग जाती है और नन्हीं सी परी को देखकर बड़ा आश्चर्य चकित होती है।
नन्हीं परी उस औरत के पास जाकर कहती है कि मैं परी लोक से आई हूं और मैं तुम्हारे साथ रहना चाहती हूं। यह सुनकर उस औरत को बहुत खुशी होती है और वह अब साथ ही रहने लगते हैं।
अब औरत जहां भी जाती है नन्हीं परी उसके साथ साथ जाती है और उस औरत की छोटी-मोटी परेशानियों को अपनी जादुई ताकत से चुटकियों में हल कर देती है। उस नन्हीं परी के आने से उस औरत को जो औलाद की कमी होती थी वह अब नहीं होती है।
एक दिन जब वह औरत अपने घर में सो रही होती है तब नन्हीं परी बाहर टहलने के लिए चली जाती है मगर अपनी छड़ी घर में ही भूल जाती है। जब वह नन्हीं परी बगीचे में टहल रही होती है तब वहां पर एक चुड़ैल आ जाती है और उस नन्ही सी परी को पकड़कर अपने साथ अपने भूतिया घर में लेकर जाती है। चुड़ैल नन्ही परी से कहती है कि इतनी प्यारी और छोटी सी परी मैंने आज तक नहीं देखी है तुम खाने में बहुत स्वादिष्ट होगी! मैं आज रात को तुम्हें खाऊंगी, मजा आएगा!
जब वह औरत नींद से जागती है तब नन्हीं परी को अपने आसपास ना देखकर उसे ढूंढने लगती है मगर वह नन्ही परी घर में उसे नहीं मिलती। ढूंढते ढूंढते उस औरत की नजर नहीं पड़ी की छड़ी पर पड़ती है तो वह सोचती है कि अगर छड़ी यहां है तो नन्ही परी कहां होगी? उस औरत को पता होता है कि यह छड़ी जादूई है इससे हम कुछ भी करवा सकते हैं या जान सकते हैं! इसलिए वह औरत जादुई छड़ी से पूछती है कि नहीं परी कहां है? जादुई छड़ी नन्हीं परी के साथ क्या हुआ और वह कहां है सारा चित्र उस औरत के नजरों के सामने ला देती है!
नन्हीं परी की ऐसी हालत देखकर उस औरत को बहुत दुख होता है, वह तुरंत नन्हीं परी को कहती है कि मुझे उस चुड़ैल के घर में पहुंचा दो। जादुई छड़ी तुरंत उस औरत को चुड़ैल के घर में ले जाती हैं। वहां पर चुड़ैल परी को खाने की तैयारी ही कर रही होती है की औरत छड़ी से जादू करके चुड़ैल को बंदर बना देती है!
नन्हीं परी को छुड़ाकर औरत वह छड़ी नन्हीं परी को दे देती है और परी को लेकर अपने घर लौट आती है।
औरत ने नन्हीं परी को बचाया इसलिए नन्हीं परी औरत को वरदान देती है कि अगले साल तक तुम मां का सुख पा सकोगी। और इसके बाद नन्हीं परी और वह कपल साथ साथ खुशी-खुशी रहते हैं।
तो दोस्तों, अब आपको जब भी कोई कहेगा की परियों की कहानी सुनाओ तो आप इनमें से किसी भी कहानी को सुना कर उन्हें खुश कर सकते हो।
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