सास बहू की अनोखी कहानी

 

सास बहू की अनोखी कहानी | SAS bahu story


ड्राइंग रूम में एक पिता और उसका बेटा बैठे थे।पिता पेपर पढ़ रहे थे और बेटा मोबाइल में व्यस्त था।अचानक ड्राइंग रूम में बैठे बाप बेटे दोनों को किचन से कोई कांच का बर्तन टूटने की आवाज आई।


सास बहू की अनोखी कहानी



आवाज से बेटे को कोई फर्क नहीं पड़ा किंतु बाप के कान खड़े हो गए. बापने तुरंत बैठे,बैठे सवालों के तीर छोड़े - " क्या टूटा ?,कैसे टूटा?,किसने तोड़ा?"

पास में बैठे बेटे ने कहां "पिताजी क्यों अपना बीपी बढ़ा रहे है? मै यही से बता सकता हूं के कांच का बर्तन किससे टूटा होगा!"


बापने कहा,"बेटा बीपी तो बढ़ेगा ना क्योंकि वो बर्तन फिर से  खरीदकर तो मुझे ही देना पड़ेगा. चलो तुम बताओ बर्तन किसने तोड़ा होगा?"


बेटे ने कहा,"मा से टूटा होगा. "पिता ने पूछा क्यों मेरी बीवी क्यों तुम्हारी बीवी क्यों नहीं?"बेटे ने कहा,"मेरी बीवी समझदार हैं!"


पिता का मन नहीं माना तो तुरंत किचन की ओर चल पड़े वहां जाकर पूछा कि बर्तन किसने तोड़ा तो उनकी पत्नी सामने आई और कहा मुझसे टूटा है क्या करोगे?उन्होंने कहा कुछ नहीं करूंगा मैं नया खरीदकर दूंगा मगर चीजे संभाल कर  इस्तेमाल करना।


वो वापिस ड्राइंग रूम में आए और बेटे से पूछा कि तुम्हें कैसे पता चला कि बर्तन तुम्हारी मां ने तोड़ा?

बेटा में जवाब दो अगर बर्तन बहुत से पूछता के पीछे तुरंत की डांट की आवाज सुनाई देती मगर  बर्तन उनसे टूटा इसलिए पीछे कोई भी आवाज नहीं आई।


किचन रूम का हाल आपको बताते हैं। ससुर के जाते ही बहू ने सास के पैर पकड़ लिए और कहने लगी मजी आप बहुत अच्छी है हर बार आप मेरी गलतियां छुपा देती है।


दोस्तों कहानी का सार बड़ा ही सिंपल है अक्सर हम लोग किसी भी सिचुएशन के बारे में अपनी अपनी धारणाएं पहले ही बना लेते हैं और सोचते हैं कि वही सच है मगर ज्यादातर बार ऐसा नहीं होता।

Friends,आपको यह छोटी पारिवारिक कहानी  कैसी लगी हमें कमेंट में जरूर बताइए और इस वेबसाइट (www.hindi-kahaniya.in) पर ऐसी सैकड़ों कहानियां है जिन्हें भी आप पढ़ सकते हैं।

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