hindi kahani hindi kahani | हिंदी कहानियां
एक बहुत सुंदर जंगल में एक खूबसूरत नदी के किनारे एक कछुआ रहा करता था। कछुआ बांसुरी बहुत अच्छी बजाता था। वो जब बांसुरी बजाता तब नदी पर पानी पीने आए सभी जानवर मंत्रमुग्ध होकर उसकी बांसुरी की धुन सुनने लगते। उसे भी नई नई धुन बजाकर सभी जानवरों का मनोरंजन करना अच्छा लगता।
एक बार इस जंगल में एक शिकारी आया। जब उसने कछुए को बांसुरी बजाते हुए सुना, उसे बहुत खुशी हुई। उसने सोचा ऐसा कलाकार कछुआ अगर मेरे पास होगा तो मेरी नन्हीं बच्ची बहुत खुश हो जाएगी।
ऐसा सोचकर उसने इस कछुए को अपने जाल में फसा कर पकड़ लिया और अपने घर ले गया।
अपने घर पर उसने इस कछुए को एक पिंजरे में बंद कर दिया। शिकारी ने अपनी नन्हीं बेटी को उस पिंजरे को कभी ना खोलने के लिए कहा।
खुले जंगल में नदी किनारे रहने वाला कछुआ अचानक अपने आप को इस तरह छोटे से पिंजरे में बंद पाकर अब उदास रहने लगा। लड़की उसको खाने को अच्छी-अच्छी चीजें देते लेकिन उस को नहीं भाती। 1 दिन कछुए ने सोचा इस तरह उदास बैठने से कुछ नहीं होगा, अगर उसे यहासे निकलना है तो उसे ही कुछ करना होगा।
लिए एक दिन जब शिकारी घर से बाहर गया तब कछुआ नन्हे लड़की के आगे बांसुरी की धुन बजाने लगा, जिसको सुनकर शिकारी की लड़की बहुत खुश हो गई और उस कछुए की तारीफ करने लगी। तब कछुए ने उस लड़की से कहा कि मैं सिर्फ अच्छा बजाता ही नहीं बल्कि मैं बहुत अच्छा डांस भी करता हूं। लेकिन इस पिंजरे में इतनी जगह नहीं है कि मैं अच्छे से नाच सकू,अगर तुम मुझे इस पिंजरे से निकलती हो तो मैं बांसुरी बजाऊंगा और हम दोनों नाचेंगे!
शिकारी की लड़की खुश हो गई और उसने तुरंत कछुए का पिंजरा खोल दिया। पिंजरे से बाहर आते ही कछुआ बहुत खुश हो गया उसने बांसुरी बजाना शुरू किया और वे दोनों नाचने लगे। थोड़ी देर नाचने के बाद कछुआ अचानक रुक गया और वह बोला कि मेरे पाव बहुत नरम है और तुम्हारे घर का फर्श बहुत कड़क है, अच्छा होगा अगर हम बाहर घास में जाकर नाचे इससे मेरे पैरो में तकलीफ नहीं होगी। शिकारी की लड़की उसके बातों में आ गई और कछुए को उठाकर अपने घर के पास वाले मैदान में जहां पर घास थी वहां पर ले कर आई।
कछुए ने वहां पर फिर से अपनी बांसुरी की धुन बजाना शुरू कर दिया और वे दोनों फिर से नाचने लगे। जब कछुए ने देखा कि लड़की उसकी बांसुरी की धुन में खो चुकी है, तब वह धीरे-धीरे जंगल की ओर चला गया। इस तरह सूझबूझ से कछुए ने अपनी जान बचाई।
कहानी की सीख
दोस्तों ये हिंदी कहानी हमें सिखाती है कि मुसीबत कैसी भी हो उसका हल निकाला जा सकता है। कितनी भी कठिन परिस्थिति में हमें हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठना चाहिए बल्कि उस समस्या का उपाय सोचते रहना चाहिए।
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