पति पत्नी का झगड़ा .. दिल छूनेवाली कहानी | husband wife ki heart touching kahani

 पति पत्नी का झगड़ा .. दिल छूनेवाली कहानी |husband wife ki heart touching kahani


संयुक्त परिवार के एक पति पत्नी में काफी बड़ा झगड़ा हुआ। यह झगड़ा उन छोटे-मोटे झगड़ों से ज्यादा गंभीर था जो हर पति पत्नी में सामान्यतः होता है। क्योंकि इस झगड़े में एक दूसरे की आलोचना करते करते बात इतनी बिगड़ गई थी कि पति पत्नी एक दूसरे से अब तलाक मांगने तक बातें करने लगे थे।


पति पत्नी का झगड़ा .. दिल छूनेवाली कहानी | husband wife ki heart touching kahani



संयुक्त परिवार के बाकी के सभी लोग बहुत परेशान हो गए और वह सब किसी तरह इन दोनों को समझाकर इस झगड़े का अंत करना चाहते थे। जब सभी के प्रयास काम नहीं आए तो वे लोग पति पत्नी के इस जोड़े को घर के सबसे बुजुर्ग सदस्य यानी दादाजी के पास लेकर गए।


जब दोनों पति पत्नी दादाजी के कमरे में प्रवेश किए तो दादाजी ने उन दोनों को बैठने के लिए कहा और फिर पूछा कि बताओ तुम्हारी समस्या क्या है। दोनों पति पत्नी एक साथ बोल पड़े और एक दूसरे पर आलोचनाओं की झड़ी लगा दी। जितनी कमियां पत्नी अपने पति में गिना रही थी उससे ज्यादा कमियां पति भी अपनी पत्नी में गिना रहा था। और कई मिनटों तक यह सिलसिला चलता रहा।



दादाजी ने भी इन दोनों को नहीं रोका और इनको अपना अपना गुस्सा एक दूसरे पर उतारने दिया। आखिर में जब दोनों एक दूसरे की बुराईया कर के थक गए और शांत हो गए तब दादा जी ने उन दोनों से कहा अब दोनों एक दूसरे की कुछ अच्छाइयां बताओ।


जब अच्छाई बताने का समय आया तब दोनों ही पति और पत्नी एकदम से चुप हो गए। शायद गुस्से में उन्हें कुछ याद नहीं आ रहा था या फिर गुस्से की वजह से ही वह एक दूसरे की अच्छाइयां बताना नहीं चाहते थे। दादा जी ने यह बात भी महसूस कर ली।



थोड़ी देर तक जब कोई भी नहीं बोला तब दादाजी ने कहा अच्छा ठीक है यह लो पेपर और पेन और एक दूसरे की अच्छाईया इसमें लिखो। 


पति पत्नी दोनों ने ही पेपर और पेन लिया और एक दूसरे से काफी दूर जाकर बैठ गए थोड़ी देर तक ना पति ने कुछ लिखा ना पत्नी ने।


फिर पति ने पेपर में कुछ लिखना शुरू किया उसे देखकर पत्नी ने भी अपने पेपर में लिखना शुरू कर दिया। ऐसा लग रहा था जैसे दोनों एक दूसरे से कंपटीशन कर रहे हो। काफी समय तक दोनों ने पेपर में लिखा और जब पेपर लिखावट से भर गया

तब दोनों ही अपना-अपना पेपर लेकर दादाजी के पास उन्हें देने के लिए गए।


दादाजी ने उन दोनों के ही पेपर लेने से मना कर दिया और कहा कि अपने अपने पेपर एक दूसरे को दे दो और अब एक दूसरे के पेपर पढ़ो।


 पति ने पत्नी को और पत्नी ने पति को अपना पेपर दे दिया। वे एक दूसरे के पेपर पढ़ने लगे। थोड़ी देर बाद पति और पत्नी दोनों के ही आंखों में आंसू थे। पेपर मे अपने बारे में लिखी अच्छाइयां पढ़कर पत्नी तो फूट-फूट कर रोने लगी। पत्नी को रोता देख पति उसे चुप कराने के लिए दौड़ पड़ा और माफी मांगते हुए उसे मनाने लगा। पत्नी ने भी पति की माफी मांगी और माहौल ऐसा हो गया जैसे कभी कोई झगड़ा हुआ ही नहीं था।


दोस्तों कमियां और खूबियां जगत के हर इंसान में होती है अबे हमारे ऊपर होता है कि हम कमियां देखकर अपने जीवन को नर्क बना ले या खूबियां देखकर अपने जीवन को स्वर्ग बना दें।


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