सासु मां : सीधे दिल में उतर जायेगी ये कहानी | Emotinal Kahani

 सासु मां : सीधे दिल में उतर जायेगी ये कहानी | Emotinal Kahani


मोनिका और तुषार इन दोनों ने भाग कर शादी कर ली। मोनिका मात्र 20 साल की और तुषार 25 साल का था। मोनिका अमीर घर से थी। और तुषार मध्यमवर्गीय था। मोनिका के घर वालों को इस रिश्ते से विरोध था।


सासु मां : सीधे दिल में उतर जायेगी ये कहानी | Emotinal Kahani


 उसके पिता को मोनिका के लिए अमीर लड़का चाहिए था। वैसे भी मोनिका के पापा के मुताबिक उसकी शादी करने की उम्र भी नहीं थी। थोड़ी सी समझ आने पर वह तुषार को भूल जाएगी ऐसा मोनिका के पिताजी को लगता था। 


तुषार के माता पिता को इस शादी से कोई दिक्कत नहीं थी। मोनिका की पढ़ाई पूरी हो और तुषार को भी अपने करियर पर अच्छे से ध्यान देना चाहिए ऐसी उनकी इच्छा थी। बाद में वक्त आने पर वह मोनिका के मां पापा से बात करेंगे ऐसा उन्होंने तुषार को बोला था।


 एक बार मोनिका और तुषार को बाहर घूमते हुए मोनिका के भाई ने  उन्हें देख लिया। मोनिका को जबरदस्ती से घर लेकर गया। उसके घर एक ही तमाशा होने लगा। उन्होंने मोनिका का घर के बाहर जाना बंद करवा दिया।लास्ट में संधि देखकर उन दोनों ने भाग कर शादी कर ली। 


मोनिका के घरवालों ने उससे सारे रिश्ते तोड़ दिए। तुम कभी भी खुश नहीं रहोगी ऐसी उसे बददुआ दि। तुषार के घर वालों को उनका विरोध नहीं था पर उन दोनों ने लिया हुआ निर्णय उसके मां पापा को पसंद नहीं आया।  हमें एक बार बताया तो होता,हम कोई न कोई मदद कर सकते थे। हम मोनिका के घरवालों से इस बारे में बात करते ऐसे तुषार को उन्होंने कहा।


पर अब जो हुआ सो हुआ....... उन्होंने मोनिका को बहु के रूप में स्वीकार किया। मोनिका और तुषार को लेकर वह मोनिका के मायके में भी गए, पर मोनिका के पापा अड़े हुए थे। उनको मोनिका का चेहरा देखना भी पसंद नहीं था। पापा के खिलाफ जाने में मां की हिम्मत नहीं हो रही थी, मोनिका के लिए अब मायका पूरी तरह से छूट गया था।


 धीरे-धीरे मोनिका का तुषार के घर मे मन लगने लगा। अब अपना जो कुछ भी है वह यहां पर ही है यह उसे समझ आ गया। मोनिका बड़े लाड प्यार से बड़ी हुई है, उसे कोई भी काम की आदत नहीं थी। हमें ही उसे सब कुछ सिखाना पड़ेगा इसकी तुषार की मां को यानी मोनिका की सास को पता था।


सब कुछ अच्छा चल रहा था। पर नियती के मन में कुछ अलग ही चल रहा था। उनकी शादी को जैसे-तैसे 1 साल हुआ था,और एक एक्सीडेंट में तुषार दुनिया छोड़ कर चला गया!


 सभी पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। ऐन जवानी मे अपने बेटे की मृत्यु होने के कारण तुषार के पापा को जबरदस्त मानसिक धक्का लगा। मोनिका भी पूरी तरह से टूट गई थी। अभी तो उनकी गृहस्थी शुरू ही हुई थी। 


मोनिका के मायके वालों को भी यह बात मालूम पड़ी तब भी मोनिका के मायके वाले कोई भी नहीं आए! तुषार की मां इन सब में धैर्य से बर्ताव कर रही थी। तुषार के अंतिम संस्कार का कार्य निपटा कर उन्होंने मोनिका को उसके मायके छोड़ आने का निर्णय पक्का किया।


 मोनिका उसके मायके जाने के लिए तैयार नहीं थी। उन्होंने मोनिका को बहुत समझाने की कोशिश की.. बेटी तुम्हारे  सामने पूरी जिंदगी पड़ी है इसे बर्बाद मत करो, मैं बात करूंगी तुम्हारे मां पापा से! जरूरत पड़ी तो मैं उनके पैर तक पकड़ लूंगी। 


उसे समझा कर वह उसे उसके मायके लेकर गए पर वहा भी उन्हें निराशा ही मिली। उसके मायके वालों का गुस्सा मोनिका पर से कम नहीं हुआ था। तुषार की मां ने बहुत मनाने के बाद भी उन्होंने मोनिका को माफ नहीं किया। 


उसके पापा ने कहा : आपको वह बोझ लग रही होगी तो उसे कुँये में ढकेल दो। तुषार के मां पापा मोनिका को वापस घर ले आए। मोनिका के वापस घर आने से घर के बाकी लोग थोड़े नाराज थे। अब मोनिका को कोई भी खुले मन से स्वीकारने को तैयार नहीं था। कुलक्ष्यनी, अपशकुनी, पोते को निगल गई मेरे,अब बेटे को भी निगल जाएगी यह। ऐसा बोलकर तुषार की दादी मतलब मोनिका की दादी सास उसे ताने दे रही थी। उस वक्त तुषार के पापा की तबीयत बहुत खराब हो रही थी।


 यह सब मोनिका को सहन नहीं हो रहा था। उसने ठान लिया कि यहां से दूर निकल जाना चाहिए। रात को सब सो जाने के बाद वह निकलने वाली थी तभी उसकी सास जो जग रही थी उन्होंने मोनिका को रोका.. कहां जा रही है ऐसे पूछा। माँ मुझे जाने दीजिए, मैं  अपशकुनि हूँ।मेरी हि वजह से यह सब हुआ। मैं तुषार की जिंदगी में आती नहीं तो.....हमारी शादी नहीं हुई होती तो.... आज वह जिंदा होता। पापा की भी यह अवस्था होती नहीं। मुझे जाने दीजिए मैं यहां नहीं रह सकती, वक्त आने पर आत्महत्या कर लूंगी पर अब यहां नहीं रहूंगी। सच में मेरे यहां आने से इस घर की सारी खुशियां चली गई! मुझे कोई अधिकार नहीं है यहां रहने का। 


मोनिका रोते-रोते सब बोल रही थी। उसके सास ने उसे पहले शांत किया । मोनिका तुम दोनों मिले नहीं होते तो...... तुम्हारी शादी हुई नहीं होती तो..... उस दिन उस ट्रक ड्राइवर ने नशे में गाड़ी नहीं चलाई होती तो.... रास्ते पर लोगों ने तुषार को वक्त पर हॉस्पिटल में ले गए होते तो.....बहुत तो है बेटा... और अब वक्त निकल गया है इन सब बातों का विचार करने का। तुषार तो मेरा बेटा था। मेरी क्या अवस्था हुई होगी इन सब में..... एक बार तो विचार किया क्या तुमने? 


वह तो चला गया और अब तुम भी छोड़ कर चली जाओगी मुझे? मोनिका तुम मुझ पर बोझ थी इसलिए मैं तुम्हें तुम्हारे मायके छोड़ने नहीं गई थी। तुम्हारे सामने पूरी जिंदगी है.. किसी के चले जाने से हम जीना तो नहीं छोड़ सकते। यहां से ज्यादा तुम वहां पर खुश रहोगी क्योंकि यहां तुषार की यादें तुम्हें हमेशा दुख देगी ऐसे मे सोचती थी। पर जाने दो जो हुआ सो हुआ। अब तुम  तुम्हारी पढ़ाई पूरी करोगी मैं हूं तुम्हारे साथ। और इनकी चिंता करने के लिए मैं हूं ना सिर्फ तुम्हारा साथ चाहिए मुझे बेटा इस सब में। 


तुषार के जाने से हर कोई परेशान था। हर किसी का बोलने का तरीका अलग हो गया है। तुम्हारा दुख में अच्छे से समझ सकती हूं पर अब तुम्हें संभलना होगा। लोगों का बोलना नजरअंदाज करना होगा तुम्हें। मन लगाकर पढ़ाई करनी पड़ेगी। तुम कोई भी गलत फैसला नहीं लोगी इसका मुझे वचन दो। मैंने मेरा जवान बेटा गवाया है और अब बेटी को नहीं खोना चाहती। 


सास को बाते सुनकर  मोनिका को रोना आया। उसने सास को गले लगाया। मां मैं कहीं नहीं जाऊंगी आपको छोड़कर, आप जैसा बोलोगे वैसे ही मैं करूंगी। मोनिका की सास भी मन भर के रोई आज पहली बार उनका दुख फूट-फूट कर बाहर आया था।


 आगे मोनिका ने मन लगाकर पढ़ाई की बहू नहीं वह उस घर की बेटी बनी, बहुत सारे ताने, बुरी बाते सुने उसने....  हर एक राह पर उसके सास उसके साथ थी। वो दोनों एक दूसरे की ताकत बनी। मोनिका IAS अधिकारी बानी। अब उसे दोष देनेवाले लोगोका मुँह बंद हो गया। मोनिका के मायके के वालों को भी ये खबर पता चली। उसके पापा के सिवाय मायके के बाकि लोग उसे पूछने लगे थे।


 सास  ने अच्छा जोड़ीदार चुनकर मोनिका की दूसरी शादी करवाई.एल! शादी के बाद भी मोनिका अपनी इस मां को कभी नहीं भूली। शासकीय अंतिम काल में भी मोनिका रात का दिन करके सेवा में हाजिर होती थी। सास के रूप में मोनिका उसकी जिंदगी खरे अर्थ से जीना सिखाने वाली मां उसे मिली थी। पर सच में मोनिका के सास जैसी ऐसी कितनी समझदार औरतें इस समाज में है जो एक चौखट से बाहर जाकर सोचती है और दूसरों का आधार बन कर उनका जीवन सफल बनाती है?


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