चोर और पंडित की शिक्षाप्रद कहानी | Moral Story
कहानी भले ही पुरानी है लेकिन उससे जो सिख मिलेगी उतनी ही महत्वपूर्ण और काम की है। एक गांव में एक मंदिर था। उस मंदिर में एक पंडित काफी सालों से सेवा कर रहा था। हर दिन मंदिर की पूजा पाठ साफ-सफाई और अन्य काम पंडित करता था।
अपना जीवन उसने भगवान की सेवा में समर्पण कर रखा था फिर भी इस पंडित में धन को लेकर माया काफी ज्यादा थी और इसीलिए वह बहुत कंजूस भी था। त्योहार या उत्सव के समय पंडित को लोगों से काफी अच्छा दान मिलता ,कई लोग उसे काफी सारा पैसा भी देकर जाते थे।
पंडित ने सालों से उसे मिलने वाला पैसा,सोना और चांदी एक पोटली में जमा कर रखा था। कंजूस पंडित इस पोटली को हमेशा अपने पास रखता था। गांव के लोग कंजूस पंडित के स्वभाव को और उसके पास रखी धन की पोटली के बारे में अच्छे से जानते थे।
एक बार इस गांव में एक चोर आया। लोगों से उसे किसी तरह पंडित की उस धनवाली पोटली के बारे में भी पता चल गया। चोर ने इस पोटली को चोरी करने का मन बनाया। उसने पंडित पर कई दिनों तक नजर रखी लेकिन उसे एक भी मौका उस पोटली को चुराने का नहीं मिला! क्योंकि पंडित एक पल के लिए भी उस पोटली को अपने से जुदा नहीं करता था।
चोर हार मानने वाला नहीं था उसने एक योजना बनाई। चोर ने पंडित का शिष्य बन कर उस पोटली को चुराने का तय किया। चोर भेष बदलकर पंडित के पास पहुंच गया और उसने पंडित की काफी तारीफ की। चोर ने पंडित के तारीफों के पुल बांधते हुए उसे कहा कि," वह भी पंडित की तरह ही ज्ञानी और समझदार बनना चाहता है। उनके साथ रहकर पूजा-पाठ और मंदिर के बाकी काम सीखना चाहता है।"
एक अनजान व्यक्ति के मुंह से अपनी इतनी ज्यादा तारीफ सुनकर पंडित को बहुत अच्छा लगा और उसने उसे अपना शिष्य स्वीकार कर लिया। अब वह चोर पंडित के साथ ही रहने लगा। कहां पंडित जहां भी जाता वह चोर भी उसके साथ जाता। पंडित का भरोसा जीतने के लिए चोर अब उसके अन्य निजी काम भी करने लगा जैसे पंडित के कपड़े धोने उसके लिए खाने का इंतजाम करना।
धीरे-धीरे पंडित को उस चोर पर काफी ज्यादा भरोसा हो गया। 1 दिन पंडित और चोर किसी दूसरे गांव जा रहे थे वहां रास्ते में एक नदी के पास भी लोग ठहरे। पंडित को नदी के पानी में नहाने की इच्छा हुई। पंडित ने अपने धन की पोटली चोर के पास रखते हुए उसे कहा कि," मैं नदी में नहाने जा रहा हूं।" चोर इतने दिनों से इसी मौके की तलाश में था। पंडित जैसे ही नदी के पानी में नहाने के लिए गया चोर उसकी धन की पोटली लेकर वहां से भाग गया!
दोस्तों, हमें विश्वास करना चाहिए, विश्वास से ही दुनिया चलती है। लेकिन हमें किस पर विश्वास करना चाहिए यह बहुत महत्वपूर्ण बात है। हम किसी ऐसे अनजान व्यक्ति पर बिल्कुल भरोसा नहीं कर सकते जिसे हम अच्छे से जानते ना हो जिसके बारे में यह जिसके भूतकाल के बारे में हमें ज्यादा कुछ पता न हो।
