' तुम जो पकड़ लो हाथ मेरा ' कहानी भरोसे की | inspirational story

 ' तुम जो पकड़ लो हाथ मेरा ' कहानी भरोसे की | inspirational story 


ये कहानी उस जमाने को है जब बच्चे अच्छी शिक्षा पाने के लिए बरसो तक किसी योग्य गुरु के साथ उनके गुरुकुल में ही रहा करते थे। यहां शिष्यों को पुस्तकी ज्ञान के साथ साथ व्याहारिक और आध्यात्मिक ज्ञान भी दिया जाता था। 


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उस जमाने में गुरु और शिष्य का रिश्ता काफी मजबूत होता था। गुरु अपने शिष्यों को अपने ही बच्चों की तरह और बच्चे अपने गुरु को किसी भगवान की तरह मानते थे। आज ऐसे ही एक अनोखे गुरु शिष्य की जोड़ी के बारे में कहानी जानेंगे।


एक गुरु शिष्य की जोड़ी किसी काम से गुरुकुल से दूर दूसरे गांव गए हुए थे। मौसम बारिश का था। उस दिन काफी जोरदार बारिश हुई। जब गुरु शिष्य अपने गुरुकुल की तरफ वापस लौटे तो उन्होंने देखा कि दो गांवो को जोड़ते पुल को जिससे वह लोग गुजरे थे वह अब पूरी तरह से पानी में डूब चुका है।


गुरुकुल लौटने का वह एकमात्र रास्ता था। गुरु शिष्य थोड़ी देर वहीं पर रुक कर सोचने लगे कि अब क्या किया जाए? पानी का अच्छी तरह से निरीक्षण करने के बाद गुरु ने शिष्य से कहा," तुम मेरा हाथ पकड़ लो और हम दोनों साथ मिलकर इस पुल को पार कर जाएंगे।"


शिष्य काफी डरा हुआ नजर आ रहा था। उसमें पुल को पार करने की हिम्मत नहीं हो रही थी। गुरु ने कई बार उसे कहा मेरा हाथ पकड़ लो लेकिन वह फिर भी नहीं माना। कई बार समझाने के बाद भी जब नहीं माना तो थोड़ा गुस्सा आया उन्होंने जबरदस्ती शिष्य का है पकड़ा और दोनो ने मिलकर सुरक्षित रूप से उस पुल को पार कर लिया।


दूसरी तरफ जाने के बाद गुरु ने उससे पूछा," अब बताओ तुम जो मेरी किसी भी बात को अनसुना नहीं करते, आज तुमने मेरी बात क्यों नहीं मानी?"

शिष्य ने अपने गुरु जी से माफी मांगी और बोला,"गुरु जी मैं क्षमा चाहता हूं आपकी बात ना मानने के लिए। लेकिन मैं क्या करता? मुझे अपने आप पर बिल्कुल भरोसा नहीं था! अगर मैं आपका हाथ पकड़ता तो हो सकता था शायद में ज्यादा पानी के बहाव में हाथ छोड़ सकता था। लेकिन मुझे यकीन था कि अगर आप मेरा हाथ पकड़ेंगे तो किसी भी हालत में आप मेरा हाथ नहीं छोड़ेंगे! बस यही कारण था कि मैं आपका हाथ नहीं पकड़ना चाहता था बल्कि चाहता था कि आप मेरा हाथ पकड़े।"


कहानी है विश्वास के बारे में.. जब हमे किसी पर पूरा विश्वास होता है तो हम उसके साथ पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करते है। विशासु व्यक्ति आसपास होने से हम वो सब कर पाते है जिससे हम डरते या हिचकिचाते है। इसलिए दोस्तों जीवन में कुछ कमाए या ना कमाए कोई बात नहीं लेकिन ऐसे लोग जरूर कमाना जिन पर पूरा भरोसा कर सको।

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