मुर्गी को नहीं पता : एक मजेदार कहानी | Funny Hindi Story story
दोस्तों आज मैं आपको एक बहुत ही मजेदार कहानी बताने जा रहा हूं। एक युवा लड़के को बहुत ही अजीब सी बीमारी हो गई। यह बीमारी दरअसल मानसिक थी। उसे ऐसा लगता था कि जैसे वह इंसान नहीं बल्कि कोई अनाज का दाना है!
वो हमेशा यही सोचता था कि वो एक अनाज का दाना है! इसके चलते वह ज्यादा घर से बाहर भी नहीं निकलता था। पक्षियों को देखता तो उसे लगता कि वह उसे चुग जाएंगे। आटा चक्की के पास से गुजरता तो उसकी धड़कन तेज हो जाती है.. उसे लगता कि कहीं वो पीस ना जाए। बारिश में भीगने से डरता क्योंकि उसे लगता कि कहीं वह अंकुरित ना हो जाए।
घरवालों को उसकी परेशानी समझ में आई तो उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया। डॉक्टर ने उसे उसकी बीमारी के बारे में समझाया और यह भी समझाया कि तुम कोई अनाज का दाना नहीं हो क्योंकि तुम सोच सकते हो, समझ सकते हो, अपने आप ही कही पर भी आ जा सकते हो और यह सब अनाज का दाना नहीं कर सकता।
लड़के को डॉक्टर की बात समझ में आई उसने डॉक्टर को धन्यवाद दिया और कहा कि अब वह अच्छा महसूस कर रहा है । लड़का बाहर जाकर कुछ ही मिनट हुए थे वह दौड़ता हुआ डॉक्टर के पास आया और डॉक्टर के पीछे छुप गया! डॉक्टर ने उसे ऐसा करने का कारण पूछा तो लड़के ने कहा कि बाहर एक मुर्गी उसे दिखाई दी जो उसे देखकर उसी की तरफ आ रही थी!
अब डॉक्टर को उस पर गुस्सा आया। डॉक्टर चिल्लाकर बोला मैंने अभी-अभी तुमको जो समझाया था तुम सब भूल गए क्या? लड़का डरते हुए बोला आपने मुझे तो समझा दिया कि मैं अनाज का दाना नहीं हूं लेकिन आपने उस मुर्गी को तो नहीं समझाया ना उसे कौन समझाएगा!!!
दोस्तों ये छोटी सी मजेदार कहानी पढ़कर आपको हंसी जरूर आई होगी लेकिन इसमें भी एक संदेश छुपा है कि शक और भ्रम का कोई इलाज नहीं होता।

🖊️🖊️ बहुत ही प्रासंगिक 🖊️🖊️
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