रोचक हिंदी कहानी | Rochak Hindi Kahani

 एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों को समझा रहा था कि हमें कुदरत ने जो कुछ दिया है उसे हमें सही तरह से इस्तेमाल करना चाहिए,उसकी हिफाजत करनी चाहिए और यह ध्यान रखना चाहिए कि हम किसी तरह उन्हें नुकसान ना पहुंचाएं। नदी, पर्वत,पेड़,पौधे, जानवर यह सभी कुदरत की देन है और हमें उन्हें सुरक्षित और संरक्षित करना चाहिए।


Rochak Hindi Kahani | रोचक हिंदी कहानी


कुछ विद्यार्थी शिक्षक की इस बात से सहमत नहीं थे। उनका कहना था कि कुदरत ने यह सब हमे इसलिए दिया है ताकि हम उसका भरपूर इस्तेमाल किया जा सके। अपनी यही बात शिक्षक के सामने रखने के लिए उन्होंने कई तरह के तर्क दिए।


शिक्षक को लगा की सीधी बात विद्यार्थी समझ नहीं पा रहे हैं इसलिए शिक्षक ने एक छोटी सी कहानी के जरिए उन्हें यह बात समझाइ।


शिक्षक ने कहा एक बकरी के पीछे कई सारे शिकारी कुत्ते पड़े हुए थे। बकरी जान बचाने के लिए दौड़ रही थी। कुछ दूरी पर जाकर बकरी को अंगूर  की झाड़ियां दिखाई दी जिनके पीछे वो छुप गई और कुत्तों को नजर नहीं आई कुत्ते थोड़ी देर बाद आगे निकल गए।


बकरी को जब महसूस हुआ कि अब उसकी जान कुत्तों से छूट गई है तो उसने राहत की सांस ली। बकरी वहीं खड़े-खड़े उन झाड़िययों के पत्ते खाने लगी। कुछ देर में बकरी ने ढेर सारे पत्ते खा लिए इसलिए जिनके पीछे वह छुपी हुई थी अब वह वापिस उसी रास्ते से लौट रहे कुत्तों को साफ-साफ दिखाई दी। और कुत्तों ने उसे तुरंत पकड़ कर खा लिया।


दोस्तो, क्या आपको नहीं लगता कि हमारा व्यवहार भी बकरी के व्यवहार से कोई अलग नहीं है? कुदरत ने हमें बचाने के लिए जो अच्छी चीजें दी है हम उन्हीं का दुरुपयोग कर रहे हैं और उन्हीं को प्रदूषित कर रहे हैं और उसका परिणाम हमें अलग-अलग आपदाओं के रूप में भुगतना भी पड़ रहा है।


शिक्षक की यह छोटी सी कहानी अपने विद्यार्थियों को इस गहरी बात को समझने में कामयाब रही पर क्या आप भी इस कहानी का सार समझ पाए? अगर समझ पाए हैं तो हम इस कहानी को इतना फैलाएंगे की बाकी लोग भी इसे समझ जाए।

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