बुद्धि और भाग्य की कहानी | Moral Hindi Kahani

 कहानियां मजेदार होती है,रूलानवाली या हसानेवाली भी होती है लेकिन मुझे वो कहानियां पसंद है जो मनोरंजन के साथ कुछ वैल्युएबल सिख भी देती है। आज की इस पोस्ट में आप पढ़ेंगे एक ऐसी ही बेहतरीन Moral Hindi Kahani,


बुद्धि और भाग्य की कहानी | Moral Hindi Kahani 


Moral Hindi Kahani

मित्रों आज मैं आप को बेहद मनोरंजक और रोचक कहानी बताने वाला हूं जिसे पढ़कर आपको भी मजा आएगा।


यह कहानी है दो बहनों की। दोनों बहनों मैं बड़ा प्यार था। एक का नाम था बुद्धि दूसरी का नाम था भाग्य। वैसे तो हमेशा वो दोनो मिलजुल कर रहा करती थी, लेकिन न जाने क्यों एक दिन उन दोनों में एक बात को लेकर बहस हो गई।


मुद्दा था कि दोनों में से बड़ी कौन है? दोनों को ही नहीं पता था कि कौन बड़ी है! इसलिए वे दोनों ही अपने-अपने बड़े होने का दावा कर रही थी।


लंबी चलने वाली बहस का कोई परिणाम नहीं आता देखकर दोनो ने मिलकर एक समाधान निकाला। दोनों ने तय किया कि वे दोनों एक साथ किसी एक घर में जाएंगी और वहां अपनी अपनी शक्तियां आजमाएगी। जो बड़ा होगा वह जीत जाएगा।


दोनों चलते-चलते एक किसान के घर तक आ पहुंची। इस किसान के घर में उसके दो बेटे रहते थे। दोनों ही किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। 


दोनों बहनों ने तय किया कि वे दोनों एक एक भाई को अपनी शक्तियां देगी और जिसकी भी शक्तियों की मदद से जो भाई परीक्षा में अच्छे से पास हो जाएगा उस बहन की शक्तियां और वह बहन बड़ी साबित हो जायेगी।


बुद्धि ने अपनी शक्ति किसान के बड़े बेटे को और भाग्य ने छोटे बेटे को दी।


अब बड़े बेटे को बुद्धि की कृपा की वजह से पढ़ाई में काफी मन लगता इसलिए वो घंटो तक पढ़ता रहता। किसान का छोटा बेटा जिसके ऊपर भाग्य ने अपनी कृपा बरसाई थी वो बिलकुल पढ़ता नही था।


जल्द ही वो दिन भी आगया जब बड़े भाई और फिर छोटे भाई की परीक्षा होनी थी। बड़ा भाई जिस पर बुध्दि की कृपा थी उसने जब अपना पेपर देखा तो बदनसीबी से सभी वही सवाल आए थे जो उसने पढ़े नही थे या वो पढ़ नहीं पाया था!


अगले दिन भाग्य की कृपा के साथ छोटा भाई परीक्षा देने गया। भाग्य उसके साथ था इसलिए उसके पेपर में सबसे आसान प्रश्न पूछे गए थे ...लेकिन सब व्यर्थ था क्योंकि उसने कुछ भी नही पढ़ा था। वो पछताने लगा और सोचने लगा की उसने थोड़ी सी भी बुद्धि पढ़ाई में लगाई होती तो आज वो आसानी से पास हो जाता।



इस तरह बिना भाग्य के किसान का बड़ा बेटा और बिना बुद्धि के किसान का छोटा बेटा परीक्षा में फेल हो गया। इस घटना से भाग्य और बुद्धि दोनो बहनों को ये अच्छे से समझ में आगया की जब वो अलग अलग है तब दोनो ही छोटी है और साथ है तो दोनो की ताकतवर और बड़ी हैं।


बड़ी ही सरल बात ये कहानी हमें सिखाती है की हमे भाग्य और मेहनत (स्मार्ट वर्क) दोनो को ही अहमियत देनी चाहिए।


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