आज एक छोटी सी कहानी आपके साथ साझा कर रहा हूं जिसे पढ़ने के बाद आपकी जीवन की आधी से ज्यादा प्रॉब्लम्स खत्म हो जाएगी। जी हा मैं ऐसा बोलकर कोई अति नही कर रहा हूं। बस आपको इस कहानी को ध्यान से पढ़ना और समझना होगा। तो आइए पढ़ते है कहानी...
पहेली : सोच बदल देनेवाली कहानी | Storytime
एक बार राजा अकबर ने एक बहुत ही सुंदर महल बनवाया और उसके गेट पर एक गणित की पहेली लिख दी। उन्होंने यह पुरे राज्य में ये एलान करवाया की राज्य का जो भी व्यक्ति महल के दरवाजे पर लिखी इस पहेली को हल कर दरवाजे को खोल देगा उसे वह बहुत बड़ा इनाम देंगे।
राजा का ऐलान सुनकर पूरे राज्य और अन्य राज्यों से भी ज्ञानी ,विद्वान और गणितज्ञ इनाम पाने के लिए उस नए बने महल के पास आते और उस दरवाजे पर लिखी उस पहेली को जी जान से सुलझाने की कोशिश करते। लेकिन कोई भी उस पहेली को हल नहीं कर पाया !
राजा ने इस पहेली को सुलझाने के लिए कुछ ही दिनों तक का समय दिया था। दिन बीत गए और आखिरी दिन भी आ गया लेकिन कोई भी उस पहेली को सुलझा नहीं सका।
आखरी दिन दो गणित के बहुत बड़े विद्वान उस द्वार के पास आए क्योंकि आखिरी दिन था इसलिए राजा अकबर और उनके साथ में बीरबल भी यह देखने आए कि क्या यह दो विद्वान जिनके बारे में उन्होंने काफी कुछ सुन रखा था वो इस द्वार पर लिखी पहेली को सुलझा कर उस दरवाजे को खोल पाते है या नही?
उन दोनों विद्वानों ने अपने साथ लाई ढेर सारी गणित की किताबें एक के बाद एक पलट डाली लेकिन वे दोनों भी उस पहेली का किसी तरह से हल नहीं ढूंढ पाए!
यह देखने के बाद राजा अकबर का चेहरा उदास हो गया। वह सोचने लगे कि क्या उनके राज्य में कोई भी इतना समझदार नहीं है कि एक छोटी सी गणित की पहेली को हल कर पाए?
अकबर के पास में खड़े बीरबल ने उनके चेहरे से उनकी परिस्थिति भांप ली। जब राजा अकबर ने बीरबल की तरफ इस उम्मीद से देखा कि वह इस पहेली का हल सुलझा देगा तो बीरबल ने सामने से राजा से कहा कि महाराज अगर आप कहे तो मैं एक बार कोशिश करू?
अकबर ने बीरबल को तुरंत अनुमति दे दी। बीरबल उस दरवाजे के पास गया और धीरे से उस दरवाजे को धक्का दे दिया। वह दोनों बड़े विद्वान और वहां पर खड़े बाकी सभी लोग यह देखकर हैरान रह गए क्योंकि वह दरवाजा खुल चुका था!
सभी ने बीरबल से पूछा कि उसने यह कैसे किया? तब बीरबल ने सबको बताया जब मैं में शांति से खड़ा था तब मैंने शांत मन और दिमाग से सोचा कि पहले मैं ये निश्चित कर लूंगा की सच में कोई पहेली है या नहीं! जैसा कि आप सब ने देखा ऐसी कोई पहेली नहीं थी जिसका हल हमें ढूंढना था! हमें बस यह पता करना था कि दरवाजा इस पहेली के बिना भी खुल सकता है या नहीं?
दोस्तों, बीरबल अकबर की एक छोटी सी, प्यारी सी कहानी हमें जिंदगी में बहुत काम आने वाला अनमोल पाठ सिखाती है। अक्सर हम ऐसी समस्याओं को बहुत बड़ी बना लेते हैं जो वास्तव में समस्या होती ही नहीं है! बस हमारे दिमाग में आए कुछ फालतू के विचार होते हैं, जिनके बारे में ज्यादा सोच सोच कर हम परेशान होते रहते हैं! ऐसे में हमें सबसे पहले किसी भी समस्या को समस्या समझने से पहले जांच करना या यह निश्चित करना आवश्यक है कि वह समस्या है भी या नहीं?
